दुश्मन हमें हर वक्त, चौंकन्ना रखेगा, बेदार रखेगा | Ertugrul Ghazi
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिस्ता टूट जाता है, और जब होश आता है, तब वक्त निकल जाता है |
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है, और होश जब आता है , तो वक्त निकल जाता है। Bk Shivani
हम वक्त और हालात के साथ शौक बदलते हैं, दोस्त नही …|
मिलना तो हम तब भी चाहेंगे, तुझसे जब तेरे पास वक्त, और हमारे पास साँसों, की कमी होगी |